पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान 15 से 21 सितंबर 2019 के लिए टास्कफोर्स की बैठक

देहरादून, उत्तराखंड जिलाधिकारी सी रविशंकर  की अध्यक्षता में जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में सघन पल्स पोलियो अभियान टीकाकरण कार्यक्रम की जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में पल्स पोलियो अभियान की उपलब्धियों की समीक्षा व महसूस की गई कठिनाईयों को मध्यनजर रख आगामी अभियान 15 सितम्बर 2019 से सम्बन्धित कार्ययोजना और जनपद स्तर से विकासखण्ड स्तर पर सम्बन्धित कार्मिकों का  समय और विभिन्न प्रबन्धन को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी। 
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ उत्तम सिंह चैहान ने गत अभियान 16 जून 2019 की उपलब्धियों, सामने आयी कमजोरियों और आगामी 15 सितम्बर  2019 को बूथ दिवस और 16 से 21 सितम्बर 2019 तक घर-घर जाकर अभियान को सफल बनाने हेतु किये गये प्रयासों से सदन को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में 0-5 वर्ष तक के कुल 2159779 बच्चों को दवा पिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि स्थिर बूथ, ट्रांजिट बूथ और मोबाइल बूथ सहित कुल 1248 बूथ स्थापित किये गये हैं, जिनके लिए 250 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये हैं तथा घर-घर जाकर ट्रांजिट टीम और मोबाइल टीम सहित कुल 986 टीमों के लिए 329 पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं। सदस्य नियुक्त किये गये है। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर को प्रत्येक बूथ पर बूथ दिवस के दिन 0-5 वर्ष तक के  बच्चों को पोलियो दवा पिलायी जायेगी तथा 16 सितम्बर से 21 सितम्बर 2019 तक घर-घर जाकर दवा पिलायी जायेगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय अधिकारी डाॅ विकास शर्मा ने पिछले अभियान में सामने आई मैनेजमैंट और संसाधन स्तर की कमियों गिनाई और उसे ठीक करने के सुझाव साझा किये। उन्होंने कहा कि नई कन्स्ट्रक्शन साईट्स, मलिन बस्तियों, सुरक्षाकर्मी तैनाती वाली काॅलोनियों में अधिकतर बच्चे, पोलियो दवा से वंचित रह जाते है, उन पर अधिक फोकस किया जाना चाहिए।



जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारियों को मिस्ड एरिया पर फोकस  करते हुए शत्-प्रतिशत् टीकाकरण करने के प्रयास के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहां भी बच्चों के पोलियो खुराक से वंचित होने की सम्भावना रहती है अथवा कोई प्रकरण आता है वहां स्वयं जाकर बातचीत करें तथा स्लम काॅलोनियों में भी हर हाल में अन्दर प्रवेश करते हुए पल्स पोलियो की दवा बच्चों को पिलवायें । इस सम्बन्ध में यदि स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग भी लेना पडे़ तो अवगत करा दें, किन्तु किसी भी प्रकार से कोई बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहने पाये। उन्होंने अपने अधीनस्थों और विभिन्न क्षेत्रों में जाने वाली टीमों के कार्यों की भी बराबर माॅनिटरिंग करते हुए प्रगति बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जनपद स्तर से विकासखण्ड स्तर तक जो भी समन्वय बैठक और आपसी तालमेल से अभियान को बेहतर कारगर बनाने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने विद्युत सप्लाई विभिन्न क्षेत्रों में इस अवधि में लगातार बनाये रखने, पंचायत, शिक्षा, परिवहन और बाल विकास विभाग को भी अपेक्षित सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सामान्य जनता से अपील की है कि 15 सितम्बर 2019 को बूथ स्तर पर (सीएचसी, पीएचसी, अस्पतालों में) तथा 16 सितम्बर से  21 सितम्बर 2019 तक डोर-टू-डोर अभियान  के दौरान 0-5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चों को अवश्य पोलियो की दवा पिलायें साथ ही कहा कि यदि कोई व्यक्ति पोलियो अभियान कार्यक्रम को बाधित करता है अथवा टीम के घर-घर दवा पिलाने में तथा इस सम्बन्ध में कोई अनावश्यक अफवाह फैलाता है तो उसके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अक्टूबर माह तक हरहाल में ब्लाक स्तरीय माइक्रो प्लान तैयार करें तथा प्रतिरक्षण अभियान में सभी की जिम्मेदारियां तय करें साथ ही उन्होंने कहा कि प्रतिरक्षण दिवस की रिपोर्ट प्राप्त कर उसका उसी दिन परीक्षण कर लें तथा सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दें। प्रतिरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में व्यक्तिगत रूचि भी लें। 
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एस.के गुप्ता, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एन.के त्यागी, एसएमएस बी.एस रमोला, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली, डीपीओ बाल विकास क्षमा बहुगुणा सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।



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