जेवर एयरपोर्ट के लिए प्रशासन ने 83 हेक्टेयर भूमि और अधिग्रहित कर प्राधिकरण को सौंपी

गौतम बुध नगर◽उत्तरप्रदेश◽◽◽ जेवर एयरपोर्ट के लिए प्रशासन ने 83 हेक्टेयर भूमि और अधिग्रहित कर प्राधिकरण को सौंपी



 जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर ब्रजेश नारायण सिंह के निर्देशानुसार गौतमबुद्धनगर के प्रशासनिक अधिकारीयों ने अन्तरराष्ट्रीय ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट जेवर के लिए गुरुवार को ग्राम रोही और बनवारीबांस मे अपर जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर बलराम सिंह, जेवर एयरपोर्ट प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अभय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी जेवर न्यायिक विजय शंकर मिश्रा, यमुना ओथरिटी के ओएसडी नवनीत कुमार गोयल, जीत सिंह तहसीलदार, हर्षवर्धन तहसीलदार प्राधिकरण, राकेश जयंत तहसीलदार जेवर, नायब तहसीलदार जेवर अखिलेश कुमार, नायब तहसीलदार बालेन्दु प्राधिकरण की मौजूदगी मे 83 हेक्टेयर जमीन की (आठवीं किस्त ) किसानों से अधिग्रहित की गयी, जिसको तत्काल ही यमुना प्राधिकरण को कब्जा दिलाकर उसे हस्तांतरित कर दिया। प्रशासन के द्वारा सिर्फ उन किसानों की जमीन को ही अधिग्रहित किया जा रहा है, जिन किसानों ने अपनी जमीन का प्रतिकार ले लिया है। गौरतलब है कि एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि लेनी है, जिसमे 1235 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। प्रशासन ने आज तक 707 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है, जिसके तहत आज ग्राम रोही मे 81.5 हेक्टेयर और बनवारीबांस मे 1.5 हेक्टेयर कुल 83 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहित कर यमुना प्राधिकरण को सौंप दी। जेवर एयरपोर्ट प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अभय कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 6 अगस्त को ग्राम रन्हेरा मे प्रशासन ने 80 हेक्टेयर और 16 अगस्त को ग्राम पारोही मे 45 हेक्टेयर, 19 अगस्त को ग्राम किशोरपुर मे 78 हेक्टेयर, 21 अगस्त को ग्राम रोही मे 225 हेक्टेयर और बनवारीबांस मे 4.5 हेक्टेयर, 23 अगस्त को ग्राम दयानतपुर मे 125 हेक्टेयर, 2 सितंबर को ग्राम किशोरपुर मे 22.28 हेक्टेयर और रन्हेरा मे 13.64 हेक्टेयर कुल 35.94 हेक्टेयर, 3 सितंबर को ग्राम पारोही मे 30 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहित कर यमुना प्राधिकरण को सौंपी जा चुकी है। अब तक 6 ग्रामों दयानतपुर मे 125 हेक्टेयर, ग्राम रोही मे 306.5 हेक्टेयर, ग्राम पारोही मे 75 हेक्टेयर, ग्राम रन्हेरा मे 94 हेक्टेयर,ग्राम किशोरपुर मे 100 हेक्टेयर, ग्राम बनवारीबांस मे 5.5 हेक्टेयर, ग्राम पारोही मे 30 हेक्टेयर कुल 707 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहित की जा चुकी है।