अज्ञात शव की जांच में एम बी बी एस एडमिशन गैंग का पर्दाफाश

    
उत्तरप्रदेश गौतमबुद्धनगर


दिनांक 25.09.2019  


जनपद गौतमबुद्धनगर पुलिस का सराहनीय कार्य 


थाना एक्सप्रैस वे


    दिनांक 9.9.2019 को  यमुना डूब क्षेत्र ग्राम वाजिदपुर में खेतों के मध्य चकरोड पर एक अज्ञात पुरुष का  हत्या कर फेंका गया शव बरामद हुआ था  । इस मामले में थाना एक्सप्रेस वे पर मुकदमा अपराध संख्या 287ध्2019 धारा 302 201 आईपीसी का अभियोग पंजीकृत हुआ था । श्री भुवनेश कुमारए  प्रभारी निरीक्षक एक्सप्रेसवे द्वारा इस अज्ञात शव की शिनाख्त के उद्देश्य से शव के फोटो एवं अन्य सम्बन्धित विवरण की सूचना को चैनल मीडिया व प्रिंट मीडिया के साथ.साथ विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शेयर किया गया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अज्ञात शव के फोटो को देखकर एक व्यक्ति द्वारा श्री भुवनेश कुमारए  प्रभारी निरीक्षक थाना एक्सप्रेस वे से सम्पर्क किया गया। अपना नाम पता पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर इस व्यक्ति ने बताया कि मैं ष्क्रेक योर कैरिअरष् नाम की कम्पनी में कर्मचारी हूँ । हमारी कम्पनी का हेड आफिस जनकपुरी दिल्ली में है। हमारी कम्पनी का एक ब्रांच ऑफिस सेक्टर 4ए  नोएडा में भी है।
दिनांक 9.9.2019 को जिस व्यक्ति का शव आपके थाने में बरामद हुआ है ए वह हमारी कम्पनी के उच्च स्तरीय पदाधिकारी हैं ।  इनका नाम ऋषि उर्फ संजीव है । ष्क्रेक योर कैरिअरष् के इस महत्वपूर्ण सूत्र ने पुलिस को ऋषी के दो मोबाइल नम्बर भी दिए । पुलिस द्वारा दोनों नम्बरों पर कॉल की गई तो दोनों नम्बर बन्द आ रहे थे । इन मोबाइल नम्बरों में से एक नम्बर ममता रावत पत्नी संजीव रावत निवासी साहिबाबादए गाजियाबाद के नाम पर पंजीकृत था । इस मोबाइल नम्बर के पंजीकरण फॉर्म में एक अन्य ऑल्टरनेटिव मोबाइल नम्बर अंकित पाया गया । श्री भुवनेश कुमारए प्रभारी निरीक्षकए एक्सप्रेस वे द्वारा इस नम्बर पर सम्पर्क किये जाने पर काल अटेंड करने वाली महिला द्वारा अपना नाम ममता रावत पत्नि संजीव रावत वर्तमान निवासी अनिल बिहारए खोड़ा कॉलोनीए गाज़ियाबाद बताया गया । संजीव रावत के सम्बंध में पूछा गया तो ममता रावत ने बताया कि संजीव रावत उनके पति हैं जो सेक्टर 4 नोएडा में ष्क्रेक योर कैरिअरष्  कम्पनी में काम करते हैं जो दिनांक 8.9.2019 की रात से लापता हैं। 
श्रीमती ममता रावत को थाना एक्सप्रेस वे बुलाकर मृतक के फोटो व कपड़ों की पहचान कराई गयी तो श्रीमति ममता रावत ने मृतक के फोटो एवं कपड़ों को देखकर मृतक की शिनाख्त अपने पति संजीव रावत के रूप में की है । मृतक की पत्नी के द्वारा विवेचक को हत्या की इस वारदात में संदिग्ध के रूप में ट्रेक योर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के हरेन्द्र सिंह ए विक्रम सिंहए समीर राय  आदि व्यक्तियों के बारे में बताया गया।  ममता रावत के द्वारा बताए गए कि किराए की और कंपनी का हेड ऑफिस जनकपुरी दिल्ली में था तथा ब्रांच ऑफिस सेक्टर 4 नोएडा में था । ममता रावत द्वारा उसके पति संजीव रावत के साथ कंपनी में काम करने वाले कुछ लोगों के फोटो आदि विवरण भी उपलब्ध कराया गया। बीती रात समय करीब 10रू30 बजे श्री भुवनेश कुमार प्रभारी निरीक्षक एक्सप्रेसवे व इनकी हमराही टीम द्वारा मृतक संजीव रावत की हत्या में शामिल अभियुक्त गण नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र सिंह पुत्र धनंजय सिंहए निखिल गौरव उर्फ समीर राय पुत्र दरेश कुमार निवासी गण पटना बिहार तथा धीरेंद्र कुमार शर्मा उर्फ सोनल सिंह पुत्र राम आशीष निवासी जनपद आजमगढ़ हाल निवासी नागलोई दिल्ली को गिफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त गण के कब्जे से मृतक संजीव रावत  को कंपनी द्वारा प्रदान की गई स्विफ्ट डिजायर कार रजिस्ट्रेशन नंबर  यूपी 16 सीटी 5388 ए विभिन्न मेडिकल कॉलेजों आदि की 24 मोहरोंए  ₹1ए00ए000ध्त्र नगदए  एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा ष्नीटष् देने वाले परीक्षार्थियों के डाटा से संबंधित 6 फाइलें ए  एक विजिटर रजिस्टर ए एक एंट्री रजिस्टरए  9 मोबाइल फोन बरामद हुए ।
 हत्या के मामले की गई पूछताछ में पुलिस के समक्ष एक ऐसे गैंग का खुलासा हुआ  जो अंतरराज्य स्तर पर  एमबीबीएस की नीट परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों का डाटा इस्तेमाल कर  उनके अभिभावकों से  एमबीबीएस कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के नाम पर भारी धनराशि  की ठगी कर रहा था । मृतक संजीव रावत भी इसी गैंग का सदस्य था । गैंग के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ में सामने आया कि यह  उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त गैंग है।  गैंग में 2 सदस्य एमबीए एक सदस्य बीटेक तथा अन्य सदस्य विभिन्न विषयों में स्नातक हैं । 
        इस गैंग का मास्टरमाइंड नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र वर्ष 2013 में बैंगलोर से एमबीए है। हरेंद्र के द्वारा दिल्ली मुखर्जी नगर में रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की गई  और न्च्ैब् एवं विभिन्न राज्यों की च्ब्ै की परीक्षायें भी दी गईं । दिल्ली में रहने के दौरान अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र दिल्ली के एक व्यक्ति धीरेंद्र कुमार शर्मा उर्फ सोनल सिंह के परिचय में आया । धीरेंद्र कुमार शर्मा लोगों को रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किया करता था । नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र तथा धीरेंद्र कुमार शर्मा और सोनल सिंह ने साथ में मिलकर लोगों से रेलवे में भर्ती कराने के नाम पर पैसा ठगना  शुरू कर दिया । इस ठगी के मामले में दोनों की शिकायत दिल्ली क्राइम ब्रांच में भी हुई तथा दोनों अभियुक्त गण दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए जो चार महीने तिहाड़ जेल में भी बंद रहे ।
जेल से छूटने के बाद नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र ने मुखर्जी नगर में पीजी किराए पर लेकर च्ळ चलाने का काम शुरू कर दिया  किंतु पीजी के काम में मेहनत अधिक और आय सीमित थी। च्ळ के काम के दौरान हरेंद्र के संपर्क में पटना बिहार का रहने वाला अभियुक्त अनवर उर्फ अवसार कादरी उर्फ मसरूल उल हक आया । अनवर दक्षिण भारत में एमबीबीएस के परीक्षार्थियों को ठगने के गैंग से जुड़ा हुआ था । अनवर अपने सूत्रों के जरिए नीट परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों का डाटा हासिल कर लेता था । अनवर से मिलने के बाद हरेंद्र सिंह ने भी एमबीबीएस नीट परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों के अभिभावकों को ठगने का काम शुरू कर दिया । अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र ने वर्ष 2018 में नोएडा सेक्टर 62 में ग्लोबल कैरियर लिमिटेड नाम की कंपनी खोली और एमबीबीएस परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों के अभिभावकों से एमबीबीएस एडमिशन कराने के नाम पर भारी धनराशि की ठगी की गई ।
मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि सिंह भी अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र के साथ नोएडा सेक्टर 62 में इस कंपनी में ठगी का काम करता था । जून.जुलाई.अगस्त 2018 में 3 महीने कंपनी ने सेक्टर 62 नोएडा में ठगी का काम किया । इसके बाद यह कंपनी लोगों के पैसे लेकर चंपत हो गई । कंपनी की कार्यशैली यह थी कि यह लोग 3 महीने तक परीक्षार्थियों के अभिभावकों को डाटा में उपलब्ध नंबरों की मदद से कॉल कर बुलाते थे तथा उन्हें विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का सब्जबाग दिखाया जाता था । इस काम के लिए गैंग विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के एडमिशन लेटर भी तैयार करता था । कंपनी के भागनें से पहले अंतिम 10 दिनों में गैंग परीक्षार्थियों के अभिभावकों से पैसों की उगाही प्रारंभ कर देता था । 10 दिन पैसों की उगाही करने के बाद गैंग ऑफिस बंद करके भाग जाता था । सेक्टर 62 नोएडा में पिछले वर्ष कंपनी में काम करने के दौरान मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि सिंह के गैंग के मास्टरमाइंड नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र से घनिष्ठ संबंध हो गए । इन संबंधों के चलते अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र ने मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि को अपनी मार्च 2019 में हुई शादी में जनपद औरंगाबाद बिहार मैं अपने गांव में भी बुलाया जहां मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि सिंह15 दिन तक रहा । इन 15 दिनों में मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि ने गैंग के मास्टरमाइंड हरेंद्र के फ़ोटोए पतेए मोबाइल नम्बर आदि के रूप में  काफी जानकारी इकट्ठा कर ली । गैंग के   मास्टर माइंड अभियुक्त नीरज कुमार सिंह ने इस वर्ष क्रैक योर करियर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जनकपुरीए नई दिल्ली तथा सेक्टर 4 नोएडा में अपने ऑफिस खोलें । 
मृतक संजीव उर्फ ऋषि को सेक्टर 4 नोएडा नोएडा ऑफिस में प्रशासनिक पद पर जिम्मेदारी दी गई । कंपनी में काम करने के दौरान मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि ने कंपनी के मेन बॉडी के अन्य सदस्यों के बारे में फोटो पतेए मोबाइल नम्बर के रूप में डाटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी कंपनी के अन्य सदस्यों को भी हो गई । अपने पास एकत्र जानकारी का फायदा लेते हुए मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि कंपनी के कलेक्शन में से एक बड़े हिस्से की मांग करने लगा । मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि द्वारा कलेक्शन में से बड़े हिस्से की मांग को लेकर कंपनी के मेन बाडी के बाकी सदस्यों में असंतोष फैल गया और कंपनी के असंतुष्ट सदस्यों द्वारा मृतक संजीव रावत उर्फ ऋषि सिंह की हत्या का षड्यंत्र रच दिया गया ।दिनांक 8 सितंबर 2019 की रात में क्रैक योर कैरियर कंपनी के सेक्टर 4 नोएडा ऑफिस में बैठकर रुपयों के बंटवारे की बात हुई और कंपनी के सदस्यों द्वारा शराब आदि का सेवन भी किया गया । उसी दौरान कंपनी के अन्य सदस्यों नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र आदि ने मृतक संजीव रावत को नशे में होने के कारण मारपीट कर बेहोश कर दिया । अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्रए समीर राय उर्फ निखिल गौरवए  विकास सिंह उर्फ अभिनव पांडेए  राजेश कुर्मी उर्फ प्रकाश यादव ए अभिषेक आनंद उर्फ विक्रम ने संजीव रावत उर्फ ऋषि को बेहोशी की हालत में अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र की मारुति ब्रेजा रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 16 सी सी 7997 में डाला ।  मृतक ऋषि की कार अभियुक्त द्वारा अभियुक्त समीर द्वारा आगे आगे रास्ता सुरक्षित देखने के उद्देश्य से चलाई गई ।अभियुक्त गण द्वारा संजीव रावत उर्फ ऋषि को यमुना डूब क्षेत्र में फेंक कर उसको मारुति ब्रेजा गाड़ी से कुचल कुचल कर मार दिया गया । इसके बाद गैंग के सदस्य विभिन्न स्थानों को भाग गए । अभियुक्त नीरज कुमार सिंह एवं अभियुक्त समीर राय दिल्ली में ही रुक गए और नेताजी सुभाष मॉलए प्रीतमपुरा ए नई दिल्ली में मिशन एडमिशन नाम से फिर एक नई कंपनी का कार्यालय खोलकर एमबीबीएस के परीक्षार्थियों के अभिभावकों से पैसे ठगने के काम को शुरू कर दिया । इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त गण नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र सिंह समीर राय उर्फ निखिल गौरव धीरेंद्र कुमार शर्मा और सोनल सिंह पुलिस द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से गिरफ्तार कर लिया गया ।  पूछताछ में यह भी सामने आया है कि अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र का पिछले वर्ष2018 सेक्टर 62 नोएडा में ग्लोबल कैरियर कंपनी चलाने के दौरान हुई काली कमाई के बंटवारे के विवाद को लेकर गैंग के एक सदस्य रोशन से विवाद हो गया था । इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र नें अपनें अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने ही गैंग के साथी रोशन की पिछले महीने अगस्तए2019 में थाना बेऊरए जिला पटना एबिहार में हत्या कर दी । अभियुक्त नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेंद्र थाना बेवर जिला पटना बिहार में हुए इस हत्याकांड में भी वांछित चल रहा था । इसके अलावा इस गैंग द्वारा इस वर्ष 2019 में एमबीबीएस एडमिशन के नाम पर जो ठगी की गई हैए उसके संबंध में थाना जनकपुरी नई दिल्ली में भी अभियोग पंजीकृत है जिसमें इस गैंग के सदस्य वांछित हैं
संजीव रावत हत्याकांड में गिरफ्तार अभियुक्त दृ 
;1द्ध नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेन्द्र सिंह पुत्र धनंजय सिंह उर्फ धरक्षण सिंह नि0 ग्राम महादेवा थाना माली जनपद औरंगाबाद ;बिहारद्ध हाल पता दृ म0नं0 1771 प्प् दक फ्लोर कमला नगर नई दिल्ली ;उम्र 30 वर्षए शिक्षा .  डण्ठण्।द्ध
;2द्ध निखिल गौरव उर्फ समीर राय पुत्र श्री दरेश कुमार नि0 156 सी0 न्यू पाटलीपुत्र कालोनी थाना पाटलीपुत्र जिला पटना ;बिहारद्ध हाल पता दृ म0नं0 1771 प्प् दक फ्लोर कमला नगर नई दिल्ली;उम्र 25 वर्षए शिक्षा . ठण्ज्मबीद्ध
;3द्ध धीरेन्द्र कुमार शर्मा उर्फ सोनल सिंह पुत्र रामाशीश शर्मा नि0 ग्राम नहरुमपुर थाना महाराजगंज जनपद आजमगढ हाल पता. म0नं0 34 ए गली नं0 04 कोशिक रोड बी 2 नांगलोई एक्सटेंशन नई दिल्ली;उम्र दृ 41 वर्षए शिक्षा दृ ठण्।द्ध
संजीव रावत हत्याकांड में फरार अभियुक्त दृ
;1द्ध एस0एस0 मसरूल उल हक उर्फ अबसार क़ादरी उर्फ अनवर पुत्र स्व0 असरार उल हक उर्फ लल्लू शाह निवासी मोहल्ला मिलकियानाए निकट खानकाह व कम्युनिटी हाल ए थाना फुलवारी शरीफए जनपद पटनाए बिहार;शिक्षा दृ डण्ठण्।द्ध
;2द्ध विकास सिंह उर्फ अभिनव पांडे पुत्र उपेंद्र कुमार भूमिहार निवासी प्राइमरी स्कूल के पास निकट पटना मनेर हाईवे ग्राम चितावा थाना मुनेरए जिला पटनाए बिहार;शिक्षा दृ ठैबद्ध
;3द्ध राजेश कुर्मी उर्फ दबंग उर्फ प्रकाश यादव पुत्र मिथिलेश प्रसाद कुर्मी निवासी आदेश कॉलोनी पटेल नगर पोस्ट केसरी नगर थाना शास्त्री नगर जिला पटना बिहार मूल पता गांव शेर वस्ती पोस्ट रानीपुर थाना इस्लामपुर जिला नालंदा बिहार;शिक्षा दृ ठैबद्ध
;4द्ध अभिषेक आनंद उर्फ विक्रम सिंह पुत्र अजीत सिंह भूमिहार मकान नंबर 193 मानस मार्ग पुत्री श्री कृष्णा पुरी थाना कृष्णा पुरी;शिक्षा दृ डण्ठण्।द्ध
अपराधिक इतिहास दृ 
अ0सं0 287ध्19 धारा 302ध्201ध्34ध्120;बीद्ध प्च्ब्ए थाना एक्सप्रेसवे गौतमबुद्धनगर
अ0सं0 358ध्19 धारा 420ध्34ध्120;बीद्ध प्च्ब्ए थाना जनकपुरीए दिल्ली
अ0सं0 315ध्19 धारा 302ध्34ध्120प्च्ब्ए थाना बेऊरए जिला पटना बिहारए विरूद्ध हरेन्द्र उर्फ नीरज
अभियुक्तगण से बरामदगी का विवरण दृ 
1 लाख रुपये नगदए
विभिन्न मेडिकल कालेज आदि से सम्बन्धित कुल 24 अदद मोहरे
काउंसलिगं के लिये आनें वाले अभिभावकों का विजिटिंग एवं एंट्री रजिस्टर
06 फाइले जिनमें डठठै की छम्म्ज्प्रवेश परीक्षा दे चुके परीक्षार्थियो के डाटा हैं
एक डायरी नीरज कुमार सिंह उर्फ हरेन्द्र सिंह कीए
एक चैन एक अंगूठी पीली धातू
एक कार मृतक संजीव रावत की स्विफ्ट डिजायर नण् न्च्16ब्ज् 5388 ;कंपनी द्वारा दी हुयीद्ध 
5 अदद मोबाईल;अभियुक्त नीरज से बरामदद्ध
3 अदद मोबाइल ;अभियुक्त निखिल से बरामदद्ध
1 अदद मोबाइल व 1200 रुपये नगद ;अभियुक्त धीरेन्द्र से बरामदद्ध


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