राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 13 जनपद 13 डेस्टीनेशन को मूर्तरूप दिये जाने तथा योजनान्तर्गत जनपद के लाखामण्डल मंदिर समूह में किये जाने वाले प्रस्तावित कार्यक्रमों को लेकर जिलाधिकारी सी रविशंकर  की अध्यक्षता में एनआईसी सभागार में बैठक आयोजित की गई।

देहरादून, उत्तराखंड, राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 13 जनपद 13 डेस्टीनेशन को मूर्तरूप दिये जाने तथा योजनान्तर्गत जनपद के लाखामण्डल मंदिर समूह में किये जाने वाले प्रस्तावित कार्यक्रमों को लेकर जिलाधिकारी सी रविशंकर  की अध्यक्षता में एनआईसी सभागार में बैठक आयोजित की गई।  


इस अवसर पर लाखामण्डल मन्दिर समूह के लिए पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित कार्यों के बारे में सर्वेक्षक राकेश द्वारा जिलाधिकारी को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुरातात्विक  महत्ता को बिना क्षति पंहुचाये वहां पर विभिन्न कार्य सम्पन्न किये जाने हैं, जिसमें मुख्य रूप से इन्टर पटेंशन कक्ष, चाईल्ड केयर सेन्टर, पार्किंग, शौचालय एवं शुद्ध पेयजल सुलभता, मार्ग एवं टेªक निर्माण कार्य हैं। बैठक में जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि इसके अलावा मन्दिर समूह के 100 मी0 की परिधि के बाहर अन्य कार्य किये जाने के लिए पुरातात्विक, पर्यटन एवं अन्य संस्थायें क्षेत्र का भ्रमण कर आगामी 15 सितम्बर तक आंगणन प्रस्ताव तैयार करेंगें। उन्होंने बताया कि लाखामण्डल मन्दिर क्षेत्र के 2 किमी परिधि में भी विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य प्रस्तावित किये जाने है। इसके लिए उन्होंने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पौराणिक भवनों के संरक्षण, जौनसारी संस्कृति का संवर्धन करने के अलावा क्षेत्र से लगे महाभारत कालीन शिलालेखों का संरक्षण करने के लिए कार्ययोजना बनायें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को डेस्टिनेशन के रूप में उभारने के लिए क्षेत्र में मार्ग का निर्माण, जलकूण्ड के संरक्षण, आॅडियो-वीडियो कक्ष निर्माण के अलावा शौचालय एवं पार्किंग सुविधा एवं टेªक मार्ग सौन्दर्यीकरण करने के प्रस्ताव तैयार किये जायं।
बैठक में आर्कलोजिकल विभाग के जी.एस रावत, अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल, मुख्य कोषाधिकारी नरेन्द्र सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी से के.एस बिष्ट, संस्कृति विभाग के बलराज नेगी समेत सम्बन्धित अन्य विभागों के अधिकारी उपिस्थत थे।