आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज ग्रेटर नोएडा के सभागार में बृहद स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन संपन्न

 



गौतम बुध नगर से◽◽उ. प्र.◽◽ शिक्षण संस्थाओं में सभी रूल्स एवं नियमों का अनुपालन कराने एवं स्कूली बच्चों को अच्छा बनाने तथा सरकार के द्वारा संचालित किए जा रहे कार्यक्रमों में उनका सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बी एन सिंह की अध्यक्षता में आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज ग्रेटर नोएडा के सभागार में बृहद स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन संपन्न◽◽ शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले सभी बच्चों को अच्छा बनाने, सभी शिक्षण संस्थाओं में रूल्स एवं अधिनियमों का पालन सुनिश्चित कराने एवं सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए संचालित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बीएन सिंह की अध्यक्षता में आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज ग्रेटर नोएडा के सभागार में एक वृहद स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी में शारदा यूनिवर्सिटी, आईआईएमटी यूनिवर्सिटी तथा अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज के स्कूली बच्चों एवं अध्यापकों के द्वारा बड़े स्तर पर प्रतिभाग किया गया। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने आयोजित महत्वपूर्ण संगोष्ठी में अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि सभी शिक्षण संस्थाओं, इंजीनियर कॉलेजों एवं यूनिवर्सिटियों में जो बच्चे अध्ययनरत हैं, सभी बच्चे आने वाले नए भारत की बुनियाद हैं। अतः सभी शिक्षण संस्थाओं एवं कालेजों का नैतिक दायित्व है कि उन्हें अच्छा बनाने में अपना अपना अहम रोल का निर्वहन करें ताकि आने वाला भारत एक नए भारत के रूप में उबर कर विश्व में अपनी एक पहचान बना सके। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर यह भी आह्वान किया कि सभी शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से अपने अपने संस्थानों में रूल्स एवं अधिनियमों का शत-प्रतिशत रूप से पालन सुनिश्चित कराया जाए ताकि सभी बच्चों को एक नई दिशा प्राप्त हो सके। शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से बच्चों में समाज एवं देश को लेकर नैतिकता के संदर्भ में विस्तार परक रूप से कार्यक्रम आयोजित करते हुए उन्हें देश की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य पढ़ाई के साथ साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि नोएडा के अंदर अधिकतर शिक्षण संस्थाओं में अन्य स्टेट एवं देशों के बच्चे भी अध्ययन कर रहे हैं। सभी शिक्षण संस्थाओं की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह ऐसा वातावरण तैयार करें कि सभी बच्चे आपस में प्रेम भाव के साथ अपना पढ़ाई का कार्य करें। उन्होंने बच्चों को नशे की लत से बचाने के उद्देश्य से भी शिक्षण संस्थाओं को आगे आकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाज एवं देश को अच्छा बनाने में सभी शिक्षण संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी बिंदुओं पर सभी शिक्षण संस्थाएं जो रूल्स एवं अधिनियम है उनका पालन शत-प्रतिशत रूप से अपने अपनी संस्था में सुनिश्चित कराएं। जिला प्रशासन निरंतर रूप से उनके साथ खड़ा रहेगा। यदि कहीं पर इसी रूल्स एवं अधिनियम की अनदेखी के शिक्षण संस्थान में की जाएगी ऐसे प्रकरण में जिला प्रशासन सख्ती के साथ कार्रवाई करेगा और मैनेजमेंट के प्रतिनिधियों को भी उसमें जोड़ कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। अतः इस कार्य को सभी शिक्षण संस्थाओं में प्रमुखता के साथ शासन एवं सरकार की मंशा के अनुरूप सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि प्रशासन, शासन एवं सरकार के द्वारा जनकल्याण एवं समाज उत्थान के लिए जो विभिन्न अभियान समय-समय पर संचालित किए जा रहे हैं सभी शिक्षण संस्थाएं उनमें आगे आकर स्कूली बच्चों के माध्यम से उनका व्यापक रूप पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित करते हुए जनता को उसका लाभ पहुंचाने में अपनी सहभागिता दर्ज कराएं ताकि सभी अभियानों का लाभ जनसामान्य को और अधिक रूप से प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से नो हेलमेट नो फ्यूल अभियान दुर्घटनाओं में जन हानि को रोकने के लिए संचालित किया गया, प्राय देखने में आ रहा है कि नॉलेज पार्क एवं शिक्षण संस्थाओं में स्कूली बच्चों के द्वारा उसका पालन सुनिश्चित  नहीं किया जा रहा है। सभी शिक्षण संस्थाओं द्वारा सभी बच्चों को इस प्रकार से मोटिवेट किया जाए कि वह है अपनी सेफ्टी के सभी कार्यक्रमों को स्वेच्छा के साथ अंगीकृत करें ताकि उनका भविष्य उज्जवल बन सके। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर यह भी आह्वान किया कि प्रधानमंत्री के द्वारा गिरते हुए भूजल स्तर को बचाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जल शक्ति अभियान संचालित किया गया है जो समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। अतः सभी शिक्षण संस्थाएं इस अभियान में आंदोलन के रूप में जुड़कर इसे आगे बढ़ाने में अपनी सहभागिता दर्ज कराएं ताकि समाज को तथा आने वाली पीढ़ी को शुद्ध पेयजल मानकों के अनुसार उपलब्ध हो सके। इस महत्वपूर्ण गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के द्वारा कहा कि शिक्षण संस्थाओं में रैगिंग की बहुत गलत परिपाटी है। अतः किसी भी कॉलेज में रैगिंग नहीं की जाएगी और यदि ऐसा पाया गया तो जिला प्रशासन एवं पुलिस के द्वारा इसमें शक्ति के साथ कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बच्चों को ड्रग्स एवं नशे से बचाने के लिए भी पुलिस का सहयोग करने के लिए सभी शिक्षण संस्थाओं का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि जनपद के यातायात को सुगम बनाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में बच्चों को जागरूकता कार्यक्रम से जोड़ते हुए निरंतर रूप से गतिविधियां संचालित की जाए ताकि बच्चों के माध्यम से पूरे जनपद का यातायात व्यवस्था सुदृढ़ बन सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने दो बिंदुओं पर प्रकाश डाला जिसमें उन्होंने जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अधिक से अधिक पेड़ लगाना एवं रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा जल संचयन के संदर्भ में विस्तार परक रूप से जानकारी उपलब्ध कराते हुए उपस्थित जनसमूह को प्रेरित किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव के द्वारा सरकार द्वारा चलाए जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में भी जानकारी दी गई और सभी स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों से अपने घर के आस-पास स्वच्छता बनाए रखने के संदर्भ में आह्वान किया गया। इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी में आईआईएमटी के अध्यापक गण स्कूली बच्चे तथा अन्य यूनिवर्सिटी तथा इंजीनियर कॉलेज के बच्चों तथा शिक्षकों के द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। महत्वपूर्ण  संगोष्ठी में 1000 से अधिक स्कूली बच्चे एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।